Best Source of Entertainment mind mapping: सबसे बड़ा सवाल ये है कि माइंड मैपिंग (mind mapping) है क्या, और ये क्यों जरुरी है? तो अपको बता दें कि कठिन और जटिल विचार को छोटा और आसान करने के प्रोसेस को माइंड मैपिंग कहते हैं।
अगर आप और आसान शब्दों में समझाना चाहते हैं तो ऐसे समझ सकते हैं कि नई सोच को आगे बढ़ाने या नए विचार को डेवलप करने के तरीके को माइंड मैपिंग कहा जाता है। आज के इस आर्टिकल में हम एंटरटेनमेंट माइंड मैपिंग (best sources of entertainment) के बारे में समझेंगे साथ ही एंटरटेनमेंट माइंड मैपिंग के Best Source के बारे में भी पढ़ेंगे।
Best Sources of Entertainment : माइंड मैपिंग के ज़रिये समझने की पूरी प्रक्रिया
दरअसल माइंड मैपिंग एक विजुअल तकनीक है। इस तकनीक का फायदा यह है कि इसका इस्तेमाल करके इनफॉरमेशन और विचारों को ग्राफिकल रूप में सिस्टमैटिक कर सकते हैं। इस तकनीक (sources of entertainment mind mapping) का सबसे ज्यादा फायदा यह है कि इससे इनफॉरमेशन को बहुत ज्यादा आसानी से समझा और याद रखा जा सकता है।
Central Node, Main Branches, Sub-Branches, icons, Keywords, Symbols और Colours का इस्तेमाल करके आसानी से माइंड मैपिंग की जा सकती है।
माइंड मैपिंग (mind mapping on best source of entertainment) करके आप और ज्यादा रचनात्मक और ऑर्गेनाइज्ड हो सकते हैं। स्मार्ट बनने के लिए यह बहुत जरूरी प्रक्रिया है। आज हम आपको best sources of entertainment के बारे में बताएंगे, वो भी step by step.
Step 1- Theme Select करें
एंटरटेनमेंट ( Entertainment mind mapping) के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज हैं कि सबसे पहले entertainment theme को व्यवस्थित तरीके से लिख लें। उदाहरण के लिए आप इवेंट्स, खेलकूद, किताबें ,टीवी शो, म्यूजिक, फिल्म, वेब सीरीज, ऑनलाइन प्रोग्राम जो भी थीम आपको अच्छी लगती है उसको एक सीरीज में साथ रख सकते हैं।
आप अगर कॉपी पेन पर थीम लिख रहे हैं तो कॉपी पर या डिजिटल मोड में थीम लिखकर सीरीज बना सकते हैं।
Step 2 – Subcategories को जोड़े
प्रत्येक थीम को Subcategories करना बहुत ज़रूरी है। जैसे की मूवी के अंदर कई तरह की मूवी होती है। किसी को एक्शन मूवी पसंद होती है, किसी को कॉमेडी तो किसी को ड्रामा पसंद होता है। इवेंट्स भी कई प्रकार के होते हैं। कुछ Concerts होते हैं, कुछ थिएटर होते हैं, कुछ फेस्टिवल्स होते हैं। किताबों के भी कई प्रारूप हैं। आप अपने सहूलियत के हिसाब से सभी को सब कैटिगरीज कर लें। आप कुछ उदाहरण को देखते हुए समझ सकते हैं।
- किताबें: लेखक, लाइब्रेरी, बुक क्लब, Genres
- खेल: बोर्ड गेम्स, Mobile games, वीडियो गेम्स
- इवेंट्स: फेस्टिवल्स, एग्जीबिशन, थिएटर, concerts
- मूवी: Action, Comedy, Drama, Streaming Platform
Step 3 – Specific Options को Explore करें
हर सब कैटिगरीज के लिए Specific Options की लिस्ट बनाना बहुत जरूरी है। जैसे कि Movies – Action -Genres:
Step 4 – Visuals को जोड़े
माइंड मैपिंग करते समय, अलग-अलग रंगों के ज्यादा से ज्यादा विजुअल्स का इस्तेमाल करना चाहिए। दरअसल कई बड़े एक्सपर्ट मानते हैं कि अलग-अलग रंग के विजुअल्स का इस्तेमाल करने से पॉजिटिव इंपैक्ट आता है। इसके अलावा अलग-अलग रंगों को इस्तेमाल करते वक्त यह भी ध्यान देना चाहिए कि आपके इंटरेस्ट की चीज भी अलग-अलग रंगों से डेकोरेट होनी चाहिए।
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जब भी आप एंटरटेनिंग सोर्सेज के बारे में सोचेंगे आपके दिमाग में कई सारी नई-नई चीज अपने आप जुड़ने लगेंगी। आप चीजों को ज्यादा अच्छे से Analysis कर पाएंगे।
Step 5 – Analysis करें
किसी भी चीज की एनालिसिस बहुत जरूरी है और खासकर एनालिसिस तब करनी चाहिए जब वह अपने आखिरी पड़ाव पर हो। एनालिसिस बड़े ही सोच और विमर्श के साथ होनी चाहिए। आपके एनालिसिस का दायरा जितना बड़ा होगा आपकी माइंड मैपिंग उतनी ही शानदार होगी।
माइंड मैपिंग को नियमित रूप से जरूरत के हिसाब से संशोधित करते रहना चाहिए। माइंड मैपिंग करते वक्त सिंबल्स और रंगों का जरूर इस्तेमाल करना चाहिए। अपने माइंड मैपिंग की एनालिसिस करना यह सुनिश्चित करता है कि आपने अपने सभी एरिया आफ इंटरेस्ट को कवर कर लिया है।
History of Mind Mapping
1970 के दशक में यह तकनीक फेमस हो चुकी थी। Tony Buzan को माइंड मैपिंग तकनीक का क्रेडिट दिया जाता है। पर सच्चाई तो यह है कि आज से सदियों पहले विजुअल के जरिए थॉट्स और आईडियोलॉजी को पेश करने का तरीका उपलब्ध था। प्राचीन कल की कई सभ्यताओं की खोज में यह बात सामने आ चुकी है कि जानकारी को विजुअल्स के जरिए लोगों के सामने पेश किया जाता था।
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लेकिन Buzan ने इस तकनीक को ऑर्गेनाइज्ड रूप में लोगों के सामने लाया। माइंड मैपिंग के ऊपर Buzan ने कई किताबें लिखीं हैं। पर माइंड मैपिंग सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशंस ने इस तकनीक को बड़े पैमाने पर उपलब्ध कर दिया है। आज के इस दौर में कई डिजिटल माइंड मैपिंग टूल्स उपलब्ध हैं जिनका प्रयोग करके माइंड मैपिंग प्रक्रिया को बेहतरीन बनाया जा सकता है। आज के दौर में माइंड मैपिंग की उपयोगिता बहुत ज्यादा हो चुकी है।
Benefits of Mind Mapping
माइंड मैपिंग करने से नॉलेज को बहुत ही डिसिप्लिन तरीके से पेश किया जा सकता है।
बड़ी से बड़ी योजनाओं को स्ट्रेटजी को या प्लानिंग को व्यवस्थित रूप से और विस्तृत रूप से पेश किया जा सकता है।
कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है।
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