Ratan Tata 28 दिसंबर,1937 को सूरत में पैदा हुए थे। जमशेदजी टाटा के दत्तक पोते नवल टाटा रतन टाटा के पिता थे।
मुंबई में रतन टाटा की स्कूलिंग हुई। इसके बाद उन्होंने अमरीका के कॉर्नेल यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से मैनेजमेंट की पढाई की।
रतन टाटा ने अपना कैरियर 1961 में टाटा ग्रुप से शुरू किया था। इसके बाद वो 1991 में TATA कंपनी के चेयरमैन बन गए। साल 2012 में रतन टाटा ने इस्तीफा दे दिया था।
रतन टाटा ने इस कदर काम किया कि देश सबसे ज्यादा भरोसा TATA के प्रोडक्ट पर करता है।
रतन टाटा की 4 बार शादी होते -होते रह गई। उन्हें चार बार प्यार हुआ, हर बार अंत में शादी नहीं हो सकी।
अमेरिका में उन्हें किसी लड़की से प्यार हुआ। वो दोनों शादी करने वाले थे।
1962 में भारत-चीन के बीच चल रहे, युद्ध के वजह से उनकी प्रेमिका भारत नहीं आ पाई और उसने किसी और से शादी कर ली।
रतन टाटा किताबें खूब पढ़ा करते थे। उन्हें सक्सेस स्टोरीज पढ़ना बहुत अच्छा लगता था।
मिडिल क्लास के लिए 2009 में रतन टाटा ने कार लॉन्च किया था। जिसे दुनिया की सबसे सस्ती कार कहा गया। नैनो कार की कीमत 1 लाख रुपए थी।
रतन टाटा की दादी नवाजबाई टाटा ने रतन टाटा का पालन-पोषण किया था। दरअसल रतन टाटा के माता-पिता 1948 में एक दूसरे से अलग हो गए थे।
रतन टाटा के Leadership में टाटा समूह ने भारत के ग्रेजुएट छात्रों को फाइनेंशियल मदद देने के लिए कॉर्नेल विश्वविद्यालय में $28 मिलियन का टाटा स्कॉलरशिप फंड शुरु किया।
टाटा म्यूजियम, टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, टाटा रिचर्स इंस्टीटयूट, टाटा कैंसर रिसर्च सेंटर जैसे कई संस्थान को रतन टाटा ने अपने कार्यकाल में शुरू किया।